स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय इतिहास से रूबरू होने के लिए इन 8 जगहों की करें सैर

 स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय इतिहास से रूबरू होने के लिए इन जगहों की करें सैर


देश अपनी आजादी का 75वां सालगिरह मना रहा है। इस मौके पर देशभर में उत्साह और उमंग का माहौल है। यह दिन हर भारतीय के लिए बेहद अहम है। इस दिन ही साल 1947 में भारत आजाद हुआ था। इससे पहले भारत ब्रिटिश हुकूमत के अधीन था। इस आजादी के लिए वीर सपूतों ने अपने खून बहाया है। इसके लिए यह दिवस जश्न और उत्सव मनाने के साथ वीर सपूतों के बलिदान को याद करने के लिए है। माननीय प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर पर झंडा फहराने के बाद देशवासियों को संबोधित करते हैं। इस मौके पर देशभर में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हैं। लोग एक दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हैं। इस दिन देशभर में राष्ट्रीय अवकाश रहता है। अतः लोग घूमने भी जाते हैं। अगर आप भी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर घूमने जाना चाहते हैं, तो इन जगहों पर जरूर जाएं। इन जगहों की सैर कर आप भारतीय इतिहास से रूबरू हो सकते हैं-

प्लासी




साल 1757 में बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला और ब्रिटिश सम्राज्य के बीच यह युद्ध हुई थी। इस युद्ध में बंगाल के नवाब की हार हुई थी। इस युद्ध में जीत के बाद अंग्रेजों की पकड़ मजबूत हुई। प्लासी पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के कालीगंज ब्लॉक में स्थित एक गांव है। यह गांव भागीरथी नदी के किनारे बसा है। आप पश्चिम बंगाल के अन्य स्मारकों स्थलों के साथ प्लासी की सैर कर सकते हैं




कारगिल युद्ध स्मारक, लद्दाख - Kargil War Memorial, Ladakh In Hindi

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कारगिल युद्ध स्मारक भारतीय सेना द्वारा नब्बे के दशक के अंत में पाकिस्तान के साथ कारगिल युद्ध के शहीदों के सम्मान में बनाया गया था। स्मारक के बीच में बलुआ पत्थर की दीवार पर भारतीय सेना के उन सभी सैनिकों के नाम अंकित हैं, जो युद्ध के दौरान शहीद हो गए थे। टाइगर हिल और तोलोलोंग हिल पाकिस्तानी सैनिकों को हराने के बाद भारतीय सेना द्वारा पुनः कब्जा किए गए क्षेत्र हैं, जो कि इस स्मारक से दिखाई देते हैं।


लाल किला, दिल्ली - Red Fort, Delhi in Hindi

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हर साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते हैं और देश को संबोधित करते हैं। सन 1947 में जब भारत को आजादी मिली थी, उस दिन देश के पहले पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले से भाषण दिया था। लाल किला अंग्रजों से भारत की आजादी का प्रतीक है। ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण लाल किले का निर्माण शाहजहां ने करवाया था। लाल रंग के बलूआ पत्थर से बने होने के कारण इसका नाम लाल किला पड़ा।


जलियांवाला बाग, अमृतसर - Jallianwala Bagh, Amritsar in Hindi

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सन 1919 में जलियांवाला बाग में बैसाखी के दिन स्वतंत्रता सेनानियों ने रॉलेट ऐक्ट में विरोध में एक बैठक की योजना बनाई। इसके बाद जब लोग यहां आए तो बिना किसी चेतावनी के जनरल डायर ने गोली चलाने का आदेश दे दिया। जालियांवाला बाग हत्याकांड में कई सौ लोग शहीद हुए थे। इन शहीद की याद में जलियांवाला बाग में मेमोरियल बनाया गया है। यहां पर दीवारों में बुलेट का निशान देखे जा सकते हैं। इन निशानों को देखकर आप अत्याचार का अंदाजा लगा सकते हैं।




इंडिया गेट - India Gate in Hindi

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के केंद्र में स्थित, इंडिया गेट 82,000 भारतीय सेना के सैनिकों के सम्मान में बनाया गया था जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध और एंग्लो-अफगान युद्ध में अपनी जान दी थी। इंडिया गेट की दीवारों पर इन वीर शहीदों के नाम खुदे हुए हैं। बांग्लादेश की स्वतंत्रता की लड़ाई में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए 1971 में अमर जवान ज्योति जलाई गई थी।




पोरबंदर - Porbandar in Hindi

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गुजरात में स्थित, पोरबंदर 'राष्ट्रपिता' महात्मा गांधी का जन्मस्थान है। कीर्ति मंदिर और महात्मा गांधी का घर यहां दो महत्वपूर्ण संरचनाएं हैं जो गांधी से जुड़ी हुई हैं, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाने में बहुत बड़ा योगदान दिया था। इन स्थानों को अब संग्रहालयों में बदल दिया गया है जो गांधी के जीवन और लेखन को दर्शाते हैं।




चंद्रशेखर आजाद पार्क, प्रयागराज - Chandrashekhar Azad Park, Prayagraj in Hindi


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सन 1931 में चंद्रशेखर आजाद प्रयागराज के इस पार्क में ब्रिटिश सैनिकों के साथ लड़े थे। इस पार्क में उन्होंने मात्र 25 साल की उम्र में अपने प्राणों को न्यौछावर किया था। बता दें कि जब चंद्रशेखर आजाद ने ब्रिटिश पुलिस ने घेर लिया। तब उन्होंने सोचा कि ब्रिटिश सैनिकों की गोली से नहीं मरेंगे और उन्होंने खुद को इस जगह पर गोली मार ली। इस जगह को अब चंद्रशेखर आजाद पार्क के नाम से जाना जाता है। पार्क में च

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